
बालेन्दु द्विवेदी का जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद के ब्रह्मपुर नामक गांव में हुआ। प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। आगे की पढ़ाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय में स्नातक और परास्नातक से की। आप हमेशा नकारात्मक परिस्थितियों से जूझते रहे, पर यह संघर्ष उनके लिए संजीवनी की तरह था। इससे उनके अनुभवों को परिपक्वता मिली और शायद इसी की वजह से वह लेखन की ओर उन्मुख हुए। उनका पहला उपन्यास ‘मदारीपुर जंक्शन’ था। वर्ष 2017 में इसके प्रकाशन के साथ ही वह चर्चा में आ गए। इलाहाबाद और बहराइच के अनुभव इसके लेखन में काम आए। यह उपन्यास पूरा करने में उन्हें लगभग साढ़े तीन साल का समय लगा। प्रकाशन के एक माह के भीतर ही इस उपन्यास के प्रथम संस्करण की सारी प्रतियां बिक गईं। हिंदी उपन्यासों के लिए यह नई बात थी।
रंगमंच से जुड़ी संस्था ‘दि थर्ड बेल’ ने कई शहरों में ‘मदारीपुर जंक्शन’ का नाट्य मंचन भी किया। बाद में हिंदी के अलावा ओड़िया सहित कई दूसरी भाषाओं में अनूदित होकर इसका मंचन जारी है। इसके लिए उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं। उत्तर प्रदेश में राज्य प्रशासनिक सेवा में कार्यरत होने के चलते उनके पास व्यापक व्यवस्थागत अनुभव भी है, जिसे वह अपनी कथा में गढ़ते हैं। सामान्य मनुष्य को साहित्य के केंद्र में रख कर गांव के जीवन पर व्यंग्यात्मक शैली में लिखने की प्रेरणा कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद व श्रीलाल शुक्ल से हासिल करने वाले द्विवेदी अपने नए उपन्यास ‘वाया फुरसतगंज’ को लेकर फिर से चर्चा में हैं।
बालेंदु द्विवेदी
जन्म:01 दिसंबर,1975
जन्मस्थान:गोरखपुर(उत्तर प्रदेश)
शिक्षा:एम. ए.(दर्शन शास्त्र एवं हिंदी साहित्य)
संप्रति:उत्तर प्रदेश सरकार की पीसीएस (अलाइड) सेवा में सेवारत।
संपर्क:9452822125
मेल:balendu.dwivedi [email protected]
*रचनायें*
________
१) *मदारीपुर जंक्शन*
(उपन्यास,वाणी प्रकाशन,२०१७)
२) *प्रिय कथाकार की अमर कहानियां:प्रेमचंद*
(संपादन,२०१८,दिव्यांश प्रकाशन)
३) *मृत्युभोज*
(नाटक,दिव्यांश प्रकाशन,२०१९)
४) *वाया फुरसतगंज*
(उपन्यास,वाणी प्रकाशन २०२१)
५) *परंपरा में जीवन की खोज*
(आचार्य रामचंद्र शुक्ल की आलोचना पद्धति के विशेष संदर्भ में,विजया बुक्स,२०२१)
*प्रकाशनाधीन कृतियां*
___________________
६) *भाषा बहता नीर*
(भाषाओं के उद्भव और विकास से संबंधित,विजया बुक्स)
*पुरस्कार*
________
________
१)मदारीपुर जंक्शन’ उपन्यास के लिए उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान का वर्ष 2017 का अमृतलाल नगर सर्जना सम्मान।
२)अखिल भारतीय साहित्य परिषद्,उत्तर प्रदेश का 2018 का साहित्य परिक्रमा सम्मान।
३)राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान,उत्तर प्रदेश का वर्ष 2018-19 का अमृतलाल नागर पुरस्कार।
४)वैली ऑफ वर्ड्स,उत्तराखंड के वर्ष 2018 के वर्ष के श्रेष्ठ पांच उपन्यासों में नामित।
५)MAMI फिल्म फेस्टिवल,मुंबई के 2018 में आयोजित समारोह में श्रेष्ठ हिंदी कथानकों में शामिल।
६)जश्न ए अदब,नई दिल्ली द्वारा वर्ष 2019 का राइटर आफ द ईयर पुरस्कार।